467 शुभ मंगल सावधान( पर्यावरण) दीवाली स्पैशल
दिवाली के शुभ मंगल दीप जलाओ।
पर सावधान।।
दिवाली है खुशियां मनाओ।
पर सावधान।।
शुभ मंगल दिवाली को रहने दो मंगल।
पटाखों की आग, शोरगुल में हो जाए ना अमंगल।
पर्यावरण का ध्यान रखो।
इसका तुम सम्मान करो।।
यही तुम्हारा घर है ,और आने वाला हर पल है।
दूषित जो होगा वातावरण तो सोचो कैसा हमारा कल है।
इसका तुम सम्मान करो।
पर्यावरण का ध्यान रखो।।
दिवाली है खुशियां मनाओ।
पर सावधान।।
दिवाली के शुभ मंगल दीप जलाओ।
पर सावधान।।
दूषित जो होगा पर्यावरण।
फिर कैसी यह दिवाली होगी।
साँस होगी दूषित, मरीजों को तकलीफ।
फिर कैसे यहाँ खुशहाली होगी।
लक्ष्मी जाएगी हाथ से।
स्वास्थ जाएगा पास से।
इसका तुम सम्मान करो।
पर्यावरण का ध्यान रखो।।
दिवाली है खुशियां मनाओ।
पर सावधान।।
दिवाली की शुभ मंगल दीप जलाओ।
पर सावधान।।