4660.*पूर्णिका*
4660.*पूर्णिका*
🌷 पानी पानी करते 🌷
22 22 22
पानी पानी करते।
ज्ञानी ज्ञानी करते।।
पेरे तेल जहाँ भी।
घानी घानी करते।।
जान लगाते बाजी ।
जानी जानी करते।।
बांटे मिलके दौलत।
दानी दानी करते।।
याद कराए खेदू।
नानी नानी करते।।
………..✍️ डॉ. खेदू भारती। “सत्येश “
15-10-2024 मंगलवार