Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Oct 2024 · 1 min read

4659.*पूर्णिका*

4659.*पूर्णिका*
🌷 भाव तुम खाते रहो 🌷
212 2212
भाव तुम खाते रहो।
ताव तुम भाते रहो।।
जो दिखे रास्ता शहर।
गांव तुम आते रहो।।
कूक क्या कौआ कहाँ ।
कांव तुम गाते रहो ।।
लो सवा चाहत अपनी।
पाव तुम पाते रहो।।
धूप में मस्त है खेदू।
छांव तुम छाते रहो।।
………..✍️ डॉ. खेदू भारती। “सत्येश “
15-10-2024 मंगलवार

29 Views

You may also like these posts

🙏 अज्ञानी की कलम🙏
🙏 अज्ञानी की कलम🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
जय जय नंदलाल की ..जय जय लड्डू गोपाल की
जय जय नंदलाल की ..जय जय लड्डू गोपाल की"
Harminder Kaur
राग दरबारी
राग दरबारी
Shekhar Chandra Mitra
कोई मंझधार में पड़ा है
कोई मंझधार में पड़ा है
VINOD CHAUHAN
"अदा "
Dr. Kishan tandon kranti
2505.पूर्णिका
2505.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
जपूं मैं राधेकृष्ण का नाम...!!!!
जपूं मैं राधेकृष्ण का नाम...!!!!
Jyoti Khari
गर्मी की छुट्टियां
गर्मी की छुट्टियां
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
"समय का मूल्य"
Yogendra Chaturwedi
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
मेरा किरदार शहद और नीम दोनों के जैसा है
मेरा किरदार शहद और नीम दोनों के जैसा है
Rekha khichi
Hubet là một trong những nhà cái trực tuyến hàng đầu hiện na
Hubet là một trong những nhà cái trực tuyến hàng đầu hiện na
Hubet
प्रकृति
प्रकृति
Mangilal 713
जल जैसे रहे
जल जैसे रहे
पूर्वार्थ
सावन भादो
सावन भादो
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
*
*"अवध के राम"*
Shashi kala vyas
गोमुख
गोमुख
D.N. Jha
शायद ये सांसे सिसक रही है
शायद ये सांसे सिसक रही है
Ram Krishan Rastogi
वक्त और शौर्य
वक्त और शौर्य
manorath maharaj
सच सच कहना
सच सच कहना
Surinder blackpen
This is the situation
This is the situation
Otteri Selvakumar
दशकंधर
दशकंधर
*प्रणय*
एक हद मुकर्रर करो
एक हद मुकर्रर करो
Minal Aggarwal
उनकी नाराज़गी से हमें बहुत दुःख हुआ
उनकी नाराज़गी से हमें बहुत दुःख हुआ
Govind Kumar Pandey
भीम के दीवाने हम,यह करके बतायेंगे
भीम के दीवाने हम,यह करके बतायेंगे
gurudeenverma198
उम्मीद से अधिक मिलना भी आदमी में घमंड का भाव पैदा करता है !
उम्मीद से अधिक मिलना भी आदमी में घमंड का भाव पैदा करता है !
Babli Jha
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
सजनी पढ़ लो गीत मिलन के
सजनी पढ़ लो गीत मिलन के
Satish Srijan
फितरत
फितरत
संजीवनी गुप्ता
चलो कुछ कहें
चलो कुछ कहें
Dr. Rajeev Jain
Loading...