4655.*पूर्णिका*
4655.*पूर्णिका*
🌷 हम सा ना मिलेगा 🌷
22 2122
हम सा ना मिलेगा ।
तुम सा ना मिलेगा।।
महके ये चमन भी ।
जीवन ना मिलेगा।।
काली रात बीते ।
मस्त दिन ना मिलेगा।।
खुशियां देख झूमे ।
दिलवर ना मिलेगा।।
कहते साथ खेदू ।
साथी ना मिलेगा ।।
…….✍️ डॉ. खेदू भारती। “सत्येश “
15-10-2024 मंगलवार