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9 Oct 2024 · 1 min read

4592.*पूर्णिका*

4592.*पूर्णिका*
🌷 सुधरने वाले सुधर जाते 🌷
212 22 2122
सुधरने वाले सुधर जाते ।
मुकरने वाले मुकर जाते ।।
एक करते सच रात दिन हम।
सँवरने वाले सँवर जाते ।।
रंग भरते हरदम बसंती ।
निखरने वाले निखर जाते ।।
टूटते है दिल भी किसी का ।
बिखरने वाले बिखर जाते ।।
जंग में लड़ते रोज खेदू ।
उतरने वाले उतर जाते ।।
…….✍️ डॉ. खेदू भारती “सत्येश “
09-10-2024 बुधवार

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