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9 Oct 2024 · 1 min read

4591.*पूर्णिका*

4591.*पूर्णिका*
🌷 बदले मौसम का रंग यहाँ 🌷
22 22 22 22
बदले मौसम का रंग यहाँ।
बदले दुनिया का रंग यहाँ ।।
खिलती कलियाँ महके बगियां।
बदले जीने का रंग यहाँ ।।
लहरें उठती ऊंची ऊंची ।
बदले दरिया का रंग यहाँ ।।
चाहत देख यकीं करते हम ।
बदले फितरत का रंग यहाँ ।।
वक्त अपना प्यार करें खेदू ।
बदले खुशियों का रंग यहाँ ।।
……..✍️ डॉ. खेदू भारती “सत्येश “
09-10-2024 बुधवार

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