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8 Oct 2024 · 1 min read

4573.*पूर्णिका*

4573.*पूर्णिका*
🌷 सुबह भी है तो शाम भी है 🌷
212 22 2122
सुबह भी है तो शाम भी है।
काम भी है तो नाम भी है ।।
जिंदगी देखो खूबसूरत ।
मन मस्ती में पैगाम भी है ।।
बदलते वक्त के साथ दुनिया।
मस्त खुशी में आयाम भी है ।।
ना बुरा कोई ना अच्छा मित्र ।
सोच जैसा ईनाम भी है ।।
किस्मत से चाहत प्यार खेदू।
देख सुंदर अंजाम भी है ।।
……….✍️ डॉ. खेदू भारती “सत्येश “
08-10-2024 मंगलवार

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