4569.*पूर्णिका*
4569.*पूर्णिका*
🌷 जिगरा है मेरा तू 🌷
22 22 22
जिगरा है मेरा तू।
फिकरा है मेरा तू।।
सोच बदल ले अपना।
निखरा है मेरा तू।।
चाहत क्या आज यहाँ ।
मुजरा है मेरा तू ।।
रौशन जहाँ दुनिया।
बिखरा है मेरा तू ।।
करते मुहब्बत खेदू।
सुधरा है मेरा तू।।
…….✍️ डॉ. खेदू भारती “सत्येश “
07-10-2024 सोमवार