Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Oct 2024 · 1 min read

4564.*पूर्णिका*

4564.*पूर्णिका*
🌷 साथी बने होते हम 🌷
2212 22 2
साथी बने होते हम।
लथ-पथ सने होते हम ।।
बस प्यार में है पागल ।
ना अनमने होते हम ।।
बन बरसते बादल भी ।
हरदम घने होते हम ।।
यूं शान से जीते।
सीना तने होते हम ।।
देखो जहाँ खेदू अब ।
ताज अपने होते हम ।।
……..✍️ डॉ. खेदू भारती “सत्येश “
07-10-2024 सोमवार

28 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"डिब्बा बन्द"
Dr. Kishan tandon kranti
भय
भय
Shyam Sundar Subramanian
बुंदेली दोहा-अनमने
बुंदेली दोहा-अनमने
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
बदनसीब लाइका ( अंतरिक्ष पर भेजी जाने वाला पशु )
बदनसीब लाइका ( अंतरिक्ष पर भेजी जाने वाला पशु )
ओनिका सेतिया 'अनु '
वसंत पंचमी
वसंत पंचमी
Dr. Upasana Pandey
4947.*पूर्णिका*
4947.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
समय अपवाद से नहीं ✨️ यथार्थ से चलता है
समय अपवाद से नहीं ✨️ यथार्थ से चलता है
©️ दामिनी नारायण सिंह
बदलाव
बदलाव
Dr. Rajeev Jain
मैं
मैं
Dr.Pratibha Prakash
कलियुग की सीता
कलियुग की सीता
Sonam Puneet Dubey
गांव में फसल बिगड़ रही है,
गांव में फसल बिगड़ रही है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मित्र होना चाहिए
मित्र होना चाहिए
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
छप्पय छंद विधान सउदाहरण
छप्पय छंद विधान सउदाहरण
Subhash Singhai
मानव विध्वंसों की लीलायें
मानव विध्वंसों की लीलायें
DrLakshman Jha Parimal
गुरु अंगद देव
गुरु अंगद देव
कवि रमेशराज
विनती
विनती
Saraswati Bajpai
मेरे दिल की हर इक वो खुशी बन गई
मेरे दिल की हर इक वो खुशी बन गई
कृष्णकांत गुर्जर
यह अपना धर्म हम, कभी नहीं भूलें
यह अपना धर्म हम, कभी नहीं भूलें
gurudeenverma198
गम में वह कुवत है कि,
गम में वह कुवत है कि,
TAMANNA BILASPURI
संवेदनहीनता
संवेदनहीनता
संजीव शुक्ल 'सचिन'
👍एक ही उपाय👍
👍एक ही उपाय👍
*प्रणय*
खुद के वजूद की
खुद के वजूद की
Dr fauzia Naseem shad
लहजा समझ आ जाता है
लहजा समझ आ जाता है
पूर्वार्थ
*
*"अक्षय तृतीया"*
Shashi kala vyas
तेरी याद
तेरी याद
SURYA PRAKASH SHARMA
अपने जीवन में सभी सुधार कर सकते ।
अपने जीवन में सभी सुधार कर सकते ।
Raju Gajbhiye
जिंदगी तो पहले से बिखरी हुई थी
जिंदगी तो पहले से बिखरी हुई थी
Befikr Lafz
टॉम एंड जेरी
टॉम एंड जेरी
Vedha Singh
पास ही हूं मैं तुम्हारे कीजिए अनुभव।
पास ही हूं मैं तुम्हारे कीजिए अनुभव।
surenderpal vaidya
*सुकृति (बाल कविता)*
*सुकृति (बाल कविता)*
Ravi Prakash
Loading...