Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Oct 2024 · 1 min read

4549.*पूर्णिका*

4549.*पूर्णिका*
🌷 हम अपनों का साथ देते 🌷
22 22 2122
हम अपनों का साथ देते।
ना दुश्मनों का साथ देते।।
दुनिया पल पल बदल जाती।
सच सज्जनों का साथ देते।।
बहती रहती समय धारा ।
यूं सपनों का साथ देते।।
पहचान कहीं वीरता की ।
जब कफनों का साथ देते।।
महके मौसम देख खेदू।
मन सुमनों का साथ देते।।
……✍️ डॉ. खेदू भारती “सत्येश “
05-10-2024 शनिवार

10 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
वह बचपन के दिन
वह बचपन के दिन
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
खत्म हो चुका
खत्म हो चुका
sushil sarna
एक
एक "सहेली" एक "पहेली"
विशाल शुक्ल
पलकों की
पलकों की
हिमांशु Kulshrestha
बीते लम़्हे
बीते लम़्हे
Shyam Sundar Subramanian
"झूठी है मुस्कान"
Pushpraj Anant
बहुत अंदर तक जला देती हैं वो शिकायतें,
बहुत अंदर तक जला देती हैं वो शिकायतें,
शेखर सिंह
मैं चाहता हूं इस बड़ी सी जिन्दगानी में,
मैं चाहता हूं इस बड़ी सी जिन्दगानी में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
माईया दौड़ी आए
माईया दौड़ी आए
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मौत बाटे अटल
मौत बाटे अटल
आकाश महेशपुरी
तुमको अहसास
तुमको अहसास
Dr fauzia Naseem shad
तुमसे ही दिन मेरा तुम्ही से होती रात है,
तुमसे ही दिन मेरा तुम्ही से होती रात है,
AVINASH (Avi...) MEHRA
वो तड़पते रहे मयार में मेरे ऐसे ।
वो तड़पते रहे मयार में मेरे ऐसे ।
Phool gufran
संत हृदय से मिले हो कभी
संत हृदय से मिले हो कभी
©️ दामिनी नारायण सिंह
प्रकृति में एक अदृश्य शक्ति कार्य कर रही है जो है तुम्हारी स
प्रकृति में एक अदृश्य शक्ति कार्य कर रही है जो है तुम्हारी स
Rj Anand Prajapati
#देसी_ग़ज़ल / #नइयां
#देसी_ग़ज़ल / #नइयां
*प्रणय प्रभात*
ଅହଙ୍କାର
ଅହଙ୍କାର
Bidyadhar Mantry
सपने हो जाएंगे साकार
सपने हो जाएंगे साकार
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
3326.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3326.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
UPSC-MPPSC प्री परीक्षा: अंतिम क्षणों का उत्साह
UPSC-MPPSC प्री परीक्षा: अंतिम क्षणों का उत्साह
पूर्वार्थ
कर क्षमा सब भूल मैं छूता चरण
कर क्षमा सब भूल मैं छूता चरण
Basant Bhagawan Roy
*दादाजी (बाल कविता)*
*दादाजी (बाल कविता)*
Ravi Prakash
हम किसी सरकार में नहीं हैं।
हम किसी सरकार में नहीं हैं।
Ranjeet kumar patre
*भारत*
*भारत*
सुनीलानंद महंत
नमामि राम की नगरी, नमामि राम की महिमा।
नमामि राम की नगरी, नमामि राम की महिमा।
डॉ.सीमा अग्रवाल
"अमर दास्तान"
Dr. Kishan tandon kranti
23)”बसंत पंचमी दिवस”
23)”बसंत पंचमी दिवस”
Sapna Arora
रमेशराज के 7 मुक्तक
रमेशराज के 7 मुक्तक
कवि रमेशराज
दरवाज़े
दरवाज़े
Bodhisatva kastooriya
Loading...