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5 Oct 2024 · 1 min read

4541.*पूर्णिका*

4541.*पूर्णिका*
🌷 सच मालूम कुछ कहा कर * 🌷
22 2121 22
सच मालूम कुछ कहा कर ।
माथा चूम कुछ कहा कर ।।

देखे हार जीत कैसे।
पकड़े दूम कुछ कहा कर ।।

बेफिक्र बेहया नहीं हम ।
दिल से झूम कुछ कहा कर ।।

मिलता है शुकून जानों ।
जीवन बूम कुछ कहा कर ।।

करते प्यार खूब खेदू।
चलते घूम कुछ कहा कर ।।
…….✍️ डॉ. खेदू भारती “सत्येश “
05-10-2024 शनिवार

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