Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Oct 2024 · 1 min read

4528.*पूर्णिका*

4528.*पूर्णिका*
🌷 आगे जब बढ़ना है 🌷
22 22 22
आगे जब बढ़ना है ।
पाठ नया पढ़ना है ।।
देखे दुनिया अपनी ।
हमको कुछ गढ़ना है ।।
मंजिल पग चूमेगी ।
ऊंचा ही चढ़ना है ।।
नेकी का करम यहाँ ।
दोष नहीं मढ़ना है ।।
ये किस्मत यहाँ खेदू।
अलग जरा कढ़ना है ।।
……….✍️ डॉ. खेदू भारती “सत्येश “
03-10-2024 गुरुवार

25 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ज़िंदगी एक कहानी बनकर रह जाती है
ज़िंदगी एक कहानी बनकर रह जाती है
Bhupendra Rawat
।। आरती श्री सत्यनारायण जी की।।
।। आरती श्री सत्यनारायण जी की।।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
4515.*पूर्णिका*
4515.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*अनमोल हीरा*
*अनमोल हीरा*
Sonia Yadav
16)”अनेक रूप माँ स्वरूप”
16)”अनेक रूप माँ स्वरूप”
Sapna Arora
ग़ज़ल _ टूटा है चांद वही , फिर तन्हा - तन्हा !
ग़ज़ल _ टूटा है चांद वही , फिर तन्हा - तन्हा !
Neelofar Khan
तेरी यादें भुलाने का इक तरीका बड़ा पुराना है,
तेरी यादें भुलाने का इक तरीका बड़ा पुराना है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"अधूरा प्यार"
Dr. Kishan tandon kranti
*ट्रक का ज्ञान*
*ट्रक का ज्ञान*
Dr. Priya Gupta
खुद को सही और
खुद को सही और
shabina. Naaz
पूस की रात।
पूस की रात।
Anil Mishra Prahari
शिक्षक सही गलत का अर्थ समझाते हैं
शिक्षक सही गलत का अर्थ समझाते हैं
Sonam Puneet Dubey
I Can Cut All The Strings Attached
I Can Cut All The Strings Attached
Manisha Manjari
जिंदगी
जिंदगी
अखिलेश 'अखिल'
बचपन में थे सवा शेर
बचपन में थे सवा शेर
VINOD CHAUHAN
🌷*
🌷*"आदिशक्ति माँ कूष्मांडा"*🌷
Shashi kala vyas
बस एक कदम दूर थे
बस एक कदम दूर थे
'अशांत' शेखर
बाकी है...!!
बाकी है...!!
Srishty Bansal
" नैना हुए रतनार "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
ସଦାଚାର
ସଦାଚାର
Bidyadhar Mantry
लला गृह की ओर चले, आयी सुहानी भोर।
लला गृह की ओर चले, आयी सुहानी भोर।
डॉ.सीमा अग्रवाल
बंधन
बंधन
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
जादू  था या जलजला, या फिर कोई ख्वाब ।
जादू था या जलजला, या फिर कोई ख्वाब ।
sushil sarna
माँ का घर (नवगीत) मातृदिवस पर विशेष
माँ का घर (नवगीत) मातृदिवस पर विशेष
ईश्वर दयाल गोस्वामी
हल्की बातों से आँखों का भर जाना
हल्की बातों से आँखों का भर जाना
©️ दामिनी नारायण सिंह
बुंदेली मुकरियां
बुंदेली मुकरियां
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
😊Good Night😊
😊Good Night😊
*प्रणय*
हम भारत के रहने वाले, हमारा भारत महान है।
हम भारत के रहने वाले, हमारा भारत महान है।
जय लगन कुमार हैप्पी
सहती हुई नारी
सहती हुई नारी
Dr fauzia Naseem shad
धीरे धीरे उन यादों को,
धीरे धीरे उन यादों को,
Vivek Pandey
Loading...