4514.*पूर्णिका*
4514.*पूर्णिका*
🌷 बदलती है दुनिया देख ले 🌷
2122 22 212
बदलती है दुनिया देख ले ।
महकती है बगियां देख ले।।
मेहनत से बनती जिंदगी ।
चहकती है खुशियांँ देख ले।।
लोग ना जाने कुछ भी यहाँ ।
मचलती है कश्तियाँ देख ले।।
मौज कितने करते हम मस्ती।
फिसलती है बस्तियाँ देख ले।।
बांट हरदम खेदू ज्ञान भी ।
बहलती हैं हस्तियाँ देख ले।।
……..✍️ डॉ. खेदू भारती “सत्येश “
02-10-2024 बुधवार