4496.*पूर्णिका*
4496.*पूर्णिका*
🌷 न वफादारी की बात करो 🌷
22 22 22 22
न वफादारी की बात करो ।
देख गद्दारी की बात करो ।।
जीने की तमन्ना रखते सब ।
न समझदारी की बात करो ।।
राह कठिन है कितनी सच में ।
न जमादारी की बात करो ।।
परवाह यहाँ कौन करे अपना।
बस दमदारी की बात करो ।।
खेल तमाशा करते खेदू।
आज मदारी की बात करो ।।
……..✍️ डॉ. खेदू भारती “सत्येश “
30-09-2024 सोमवार