4487.*पूर्णिका*
4487.*पूर्णिका*
🌷 तुम बदल गए 🌷
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तुम बदल गए ।
हम बदल गए ।।
संग जमाना।
जग बदल गए ।।
चमन महकता।
गुल बदल गए ।।
प्यार जहाँ है ।
मन बदल गए ।।
खुश है खेदू।
हल बदल गए ।।
……..✍️ डॉ. खेदू भारती “सत्येश “
30-09-2024 सोमवार