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28 Sep 2024 · 1 min read

4479.*पूर्णिका*

4479.*पूर्णिका*
🌷 यूं हम बदलते तो नहीं🌷
22 212 212
यूं हम बदलते तो नहीं ।
घर से निकलते तो नहीं ।।
प्यारी प्यार में जिंदगी।
दिल भी मचलते तो नहीं ।।
चलके साथ जो देखते।
सच में बहलते तो नहीं ।।
दुनिया बस तमाशा कहे।
दामन दहलते तो नहीं ।।
रखवाले न खेदू यहाँ ।
कोई चखलते तो नहीं ।।
…….✍️ डॉ. खेदू भारती “सत्येश “
28-09-2024 शनिवार

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