4469.*पूर्णिका*
4469.*पूर्णिका*
🌷 सपने देखा हमने🌷
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सपने देखा हमने ।
अपने देखा हमने।।
राह बनी मस्त सुंदर।
कफने देखा हमने।।
साथ निभाते हरदम ।
कितने देखा हमने।।
बांटे प्यार जहाँ भी।
इतने देखा हमने।।
दुनिया प्यारी खेदू।
छपने देखा हमने।।
………✍️ डॉ. खेदू भारती “सत्येश “
27-09-2024 शुक्रवार