4465.*पूर्णिका*
4465.*पूर्णिका*
🌷 कब तक बच के जाओगे🌷
22 22 22 2
कब तक बच के जाओगे ।
हमसे बच के जाओगे।।
पकड़ा है हाथ तुम्हारा ।
कैसे बच के जाओगे।।
छोडेंगे ना साथ यहाँ ।
किससे बच के जाओगे।।
दुनिया अपनी है देखो।
कितने बच के जाओगे।।
जीना है जी लो खेदू।
ना खुद बच के जाओगे ।।
………✍️ डॉ. खेदू भारती “सत्येश “
27-09-2024 शुक्रवार