4463.*पूर्णिका*
4463.*पूर्णिका*
🌷 साथ चलते हम रहे🌷
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साथ चलते हम रहे।
हाथ रखते हम रहे।।
देख दुनिया मस्त यहाँ ।
पाथ बनते हम रहे।।
रोज करते सच मस्ती।
गाथ गाते हम रहे।।
नाज है जिंदादिली ।
नाथ रहते हम रहे।।
जिंदगी ये खेदू हसीं ।
माथ चमके हम रहे ।।
……….✍️ डॉ. खेदू भारती “सत्येश “
27-09-2024 शुक्रवार