4420.*पूर्णिका*
4420.*पूर्णिका*
🌷 जब जीने का ढंग बदलेगा🌷
22 22 212 22
जब जीने का ढंग बदलेगा ।
तब जीवन का रंग बदलेगा ।।
अपना हरदम साथ है सजना।
हार न माने तंग बदलेगा ।।
खुशियों की बरसात होगी सच।
देख जमाना दंग बदलेगा।।
सारे अपने आज छोड़ हया ।
वक्त साथ यहाँ भंग बदलेगा ।।
दुनिया भर का डर नहीं खेदू।
अब तो अंग प्रत्यंग बदलेगा ।।
……..✍️ डॉ. खेदू भारती “सत्येश “
23-09-2024 सोमवार