4419.*पूर्णिका*
4419.*पूर्णिका*
🌷 नापे आसमां हमने🌷
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नापे आसमां हमने।
बांधे सब समां हमने।।
रौशन रौशनी देखो।
न बुझायें शमा हमने।।
बेहद खूबसूरत मन ।
साजे खुशनुमा हमने।।
अब बदले जमाना भी ।
देख किया जमा हमने।।
दुनिया महकती खेदू।
मस्त गीत नगमा हमने।।
………✍️ डॉ. खेदू भारती “सत्येश “
23-09-2024 सोमवार