(43) अस्क सूखे हो तो गजल बनती है …..
अस्क सूखे हो तो गजल बनती है
आंख भीगी हो तो रहम मिलती है
कागज की कस्ती कब – तक तैरती
मासूम दिल को हो तो चोट ही मिलती है (अवनीश कुमार)
अस्क सूखे हो तो गजल बनती है
आंख भीगी हो तो रहम मिलती है
कागज की कस्ती कब – तक तैरती
मासूम दिल को हो तो चोट ही मिलती है (अवनीश कुमार)