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11 May 2024 · 1 min read

3436⚘ *पूर्णिका* ⚘

3436⚘ पूर्णिका
🌹 गर थामे हाथ छोड़ते नहीं 🌹
22 2212 1212
गर थामे हाथ छोड़ते नहीं ।
हम फर्ज से मुंह मोड़ते नहीं ।।
हम पर जिसने यहाँ यकीं किया ।
देख कभी पत्थर तोड़ते नहीं ।।
मंजिल मेहनत मांगती सच्ची ।
यूं बम बारूद फोड़ते नहीं ।।
मिट जाती है हस्ती यहाँ जहाँ ।
घटते को आज जोड़ते नहीं ।।
मौला खेदू बने करें भला ।
जिंदा ईमान झोड़ते नहीं ।।
………✍ डॉ .खेदू भारती “सत्येश “
11-05-2024 शनिवार

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