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8 May 2024 · 1 min read

3419⚘ *पूर्णिका* ⚘

3419⚘ पूर्णिका
🌹 यूं हुए बाल सफेद नहीं 🌹
2122 22 22
यूं हुए बाल सफेद नहीं ।
तनिक भी मन में भेद नहीं ।।
बर्तन है बर्तन बजते हरदम।
थाल में करते छेद नहीं ।।
काम निकले चाहत अपनी।
बात में कोई खेद नहीं ।।
देख सुन कर आगे बढ़ते।
बांचते बेमन बेद नहीं ।।
जिंदगी भी सुंदर खेदू ।
कब बहाते ये स्वेद नहीं ।।
……..✍ डॉ .खेदू भारती “सत्येश “
08-05-202बुधवार

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