3388⚘ *पूर्णिका* ⚘
3388⚘ पूर्णिका ⚘
🌹 खुशियों में शामिल होते हैं 🌹
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खुशियों में शामिल होते हैं ।
मंजिल भी हासिल होते हैं ।।
उठती लहरें दरिया में यूं ।
ना घबरा साहिल होते हैं ।।
किस्मत यहाँ बदले ये जीवन।
नेकी कर काबिल होते हैं ।।
द्वार खुला हो आते चलके ।
ना जबरन दाखिल होते हैं ।।
बिगड़े भी बन जाते खेदू।
काम जहाँ तामिल होते हैं ।।
……..✍ डॉ .खेदू भारती “सत्येश “
04-05-2024शनिवार