3341.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3341.⚘ पूर्णिका ⚘
🌹 मिल जाता है साथी अपना🌹
22 22 22 22
मिल जाता है साथी अपना।
साथ निभाता साथी अपना।।
मंजिल मिलती खुशियां आती ।
कोई रहता साथी अपना।।
काँटे भी फूलों सा देखो।
प्यार जताता साथी अपना।।
मौसम मस्त मौआला मौला।
गीत सुनाता साथी अपना।।
सुंदर अपनी दुनिया खेदू।
रोज सजाता साथी अपना।।
……..✍ डॉ .खेदू भारती “सत्येश “
29-04-2024सोमवार