Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Apr 2024 · 1 min read

3340.⚘ *पूर्णिका* ⚘

3340.⚘ पूर्णिका
🌹 हरदम साथ मेरे चलते रहना🌹
22 2122 22 22
हरदम साथ मेरे चलते रहना।
थामे हाथ मेरे चलते रहना।।
बढ़ते रोज देखो मंजिल पथ पर ।
चमके माथ मेरे चलते रहना ।।
बाजी मार आगे आगे दुनिया।
बनके पाथ मेरे चलते रहना ।।
यूं बरसात होती खुशियों की सच। गाते गाथ मेरे चलते रहना।।
कहते प्यार से सब बनते खेदू।
साथी नाथ मेरे चलते रहना ।।
……..✍ डॉ .खेदू भारती “सत्येश “
29-04-2024सोमवार

100 Views

You may also like these posts

न्याय यात्रा
न्याय यात्रा
Bodhisatva kastooriya
ग़ज़ल _ मैं रब की पनाहों में ।
ग़ज़ल _ मैं रब की पनाहों में ।
Neelofar Khan
मान देने से मान मिले, अपमान से मिले अपमान।
मान देने से मान मिले, अपमान से मिले अपमान।
पूर्वार्थ
दिवस संवार दूँ
दिवस संवार दूँ
Vivek Pandey
मेरे हाथों में प्याला है
मेरे हाथों में प्याला है
महेश चन्द्र त्रिपाठी
मंजिल और कीमत
मंजिल और कीमत
Ragini Kumari
# खरी बात
# खरी बात
DrLakshman Jha Parimal
इत्तिफ़ाक़न मिला नहीं होता।
इत्तिफ़ाक़न मिला नहीं होता।
सत्य कुमार प्रेमी
तुम्हारी सब अटकलें फेल हो गई,
तुम्हारी सब अटकलें फेल हो गई,
Mahender Singh
दुनियां में सब नौकर हैं,
दुनियां में सब नौकर हैं,
Anamika Tiwari 'annpurna '
बड़ी देर तक मुझे देखता है वो,
बड़ी देर तक मुझे देखता है वो,
Jyoti Roshni
*तेरा इंतजार*
*तेरा इंतजार*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
वो जो मुझसे यूं रूठ गई है,
वो जो मुझसे यूं रूठ गई है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जहाँ सूर्य की किरण हो वहीं प्रकाश होता है,
जहाँ सूर्य की किरण हो वहीं प्रकाश होता है,
Ranjeet kumar patre
मेरा सपना
मेरा सपना
Anil Kumar Mishra
दोस्ती के नाम.....
दोस्ती के नाम.....
Naushaba Suriya
॥ संकटमोचन हनुमानाष्टक ॥
॥ संकटमोचन हनुमानाष्टक ॥
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
गीत सुनाता हूं मरघट के सुन पाओगे।
गीत सुनाता हूं मरघट के सुन पाओगे।
Kumar Kalhans
"अर्द्धनारीश्वर"
Dr. Kishan tandon kranti
आज तो मेरी हँसी ही नही रूकी
आज तो मेरी हँसी ही नही रूकी
MEENU SHARMA
दिल की दहलीज़ पर जब कदम पड़े तेरे ।
दिल की दहलीज़ पर जब कदम पड़े तेरे ।
Phool gufran
*पहले-पहल पिलाई मदिरा, हॅंसी-खेल में पीता है (हिंदी गजल)*
*पहले-पहल पिलाई मदिरा, हॅंसी-खेल में पीता है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
3529.🌷 *पूर्णिका*🌷
3529.🌷 *पूर्णिका*🌷
Dr.Khedu Bharti
खुद से ही अब करती बातें
खुद से ही अब करती बातें
Mamta Gupta
ओ गौरैया,बाल गीत
ओ गौरैया,बाल गीत
Mohan Pandey
मौलिक विचार
मौलिक विचार
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
ऊपर वाला जिन्हें हया और गैरत का सूखा देता है, उन्हें ज़लालत क
ऊपर वाला जिन्हें हया और गैरत का सूखा देता है, उन्हें ज़लालत क
*प्रणय*
पात्र
पात्र
उमेश बैरवा
प्रथम नागरिक द्रौपदी मुर्मू
प्रथम नागरिक द्रौपदी मुर्मू
Sudhir srivastava
गजब है उनकी सादगी
गजब है उनकी सादगी
sushil sarna
Loading...