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29 Apr 2024 · 1 min read

3339.⚘ *पूर्णिका* ⚘

3339.⚘ पूर्णिका
🌹 रास्ता बनाकर हम चलते रहे🌹
2212 22 2212
रास्ता बनाकर हम चलते रहे।
सपना सजाकर हम चलते रहे ।।
मंजिल मिलेगी अपनी एक दिन ।
बस मन लगाकर हम चलते रहे ।।
ना टूटने देंगे जो उम्मीद है ।
दामन थमाकर हम चलते रहे ।।
दुनिया यहाँ संवरती देख ले।
मंशा बताकर हम चलते रहे ।।
रोशन जहाँ खेदू यूं रौशनी ।
दीया जलाकर हम चलते रहे ।।
………✍ डॉ .खेदू भारती “सत्येश “
29-04-2024सोमवार

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