Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Apr 2024 · 1 min read

3323.⚘ *पूर्णिका* ⚘

3323.⚘ पूर्णिका
🌹 मेरा मन मगन रहता🌹
22 212 22
मेरा मन मगन रहता ।
रोज खिला चमन रहता ।।
दिल में प्यार खूब यहाँ ।
सुख देते अमन रहता ।।
हरदम महकती दुनिया।
साथ जहाँ सजन रहता।।
सच साकार सपनें भी।
बंधे सर कफन रहता।।
मस्त है जिंदगी खेदू।
प्यारा जब नमन रहता।।
………✍ डॉ .खेदू भारती “सत्येश “
25-04-2024गुरुवार

47 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अन्याय होता है तो
अन्याय होता है तो
Sonam Puneet Dubey
3109.*पूर्णिका*
3109.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मैं आखिर उदास क्यों होउँ
मैं आखिर उदास क्यों होउँ
DrLakshman Jha Parimal
पाने को गुरु की कृपा
पाने को गुरु की कृपा
महेश चन्द्र त्रिपाठी
*
*"सिद्धिदात्री माँ"*
Shashi kala vyas
कमाल लोग होते हैं वो
कमाल लोग होते हैं वो
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सच्चा प्यार
सच्चा प्यार
Mukesh Kumar Sonkar
*चलो आओ करें बच्चों से, कुछ मुस्कान की बातें (हिंदी गजल)*
*चलो आओ करें बच्चों से, कुछ मुस्कान की बातें (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
"" *आओ करें कृष्ण चेतना का विकास* ""
सुनीलानंद महंत
युगांतर
युगांतर
Suryakant Dwivedi
बच्चे पढ़े-लिखे आज के , माँग रहे रोजगार ।
बच्चे पढ़े-लिखे आज के , माँग रहे रोजगार ।
Anil chobisa
रमेशराज के 2 मुक्तक
रमेशराज के 2 मुक्तक
कवि रमेशराज
गर्मी और नानी का आम का बाग़
गर्मी और नानी का आम का बाग़
कुमार
"फर्क बहुत गहरा"
Dr. Kishan tandon kranti
मुश्किल है बहुत
मुश्किल है बहुत
Dr fauzia Naseem shad
उसे भुलाने के सभी,
उसे भुलाने के सभी,
sushil sarna
जैसे आँखों को
जैसे आँखों को
Shweta Soni
मायका वर्सेज ससुराल
मायका वर्सेज ससुराल
Dr. Pradeep Kumar Sharma
पहली बैठक
पहली बैठक "पटना" में
*प्रणय प्रभात*
गुरु
गुरु
Rashmi Sanjay
हिंदी की भविष्यत्काल की मुख्य क्रिया में हमेशा ऊँगा /ऊँगी (य
हिंदी की भविष्यत्काल की मुख्य क्रिया में हमेशा ऊँगा /ऊँगी (य
कुमार अविनाश 'केसर'
दवा और दुआ में इतना फर्क है कि-
दवा और दुआ में इतना फर्क है कि-
संतोष बरमैया जय
इस तरफ न अभी देख मुझे
इस तरफ न अभी देख मुझे
Indu Singh
Safar : Classmates to Soulmates
Safar : Classmates to Soulmates
Prathmesh Yelne
बह्र 2212 122 मुसतफ़इलुन फ़ऊलुन काफ़िया -आ रदीफ़ -रहा है
बह्र 2212 122 मुसतफ़इलुन फ़ऊलुन काफ़िया -आ रदीफ़ -रहा है
Neelam Sharma
"चांद पे तिरंगा"
राकेश चौरसिया
मुस्कुराना चाहते हो
मुस्कुराना चाहते हो
surenderpal vaidya
प्यार दर्पण के जैसे सजाना सनम,
प्यार दर्पण के जैसे सजाना सनम,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
"UG की महिमा"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
संवेदना मर रही
संवेदना मर रही
Ritu Asooja
Loading...