Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Apr 2024 · 1 min read

3234.*पूर्णिका*

3234.*पूर्णिका*
🌷 हम खरा उतरने की कोशिश करते हैं🌷
212 2122 22 22
हम खरा उतरने की कोशिश करते हैं।
बात ही बात में कोशिश करते हैं।।

लोग सब समझते ये दुनियादारी ।
सच जहाँ जानकर कोशिश करते हैं ।।

प्यार का चमन महके हसरत अपनी।
बस रहे नेक दिल कोशिश करते हैं ।।

जिंदगी जिंदगी जैसी हो हरदम ।
ले सके फैसला कोशिश करते हैं।।

तोड़ते आज खेदू दीवार यहाँ ।
यूं मिटे नफरतें कोशिश करते हैं ।।
………✍ डॉ. खेदू भारती “सत्येश”
05-04-2024शुक्रवार

76 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
छुअन..
छुअन..
Vivek Pandey
हाइकु -तेरे भरोसे
हाइकु -तेरे भरोसे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
आज़ादी
आज़ादी
Dr Archana Gupta
पुष्प की व्यथा
पुष्प की व्यथा
Shyam Sundar Subramanian
प्रतिस्पर्धा अहम की....
प्रतिस्पर्धा अहम की....
Jyoti Pathak
"स्वच्छता अभियान" नारकीय माहौल में जीने के आदी लोगों के विशे
*प्रणय*
चल हंसा वा देश
चल हंसा वा देश
Shekhar Chandra Mitra
ज़िन्दगी में हमेशा खुशियों की सौगात रहे।
ज़िन्दगी में हमेशा खुशियों की सौगात रहे।
Phool gufran
फुटपाथों पर लोग रहेंगे
फुटपाथों पर लोग रहेंगे
Chunnu Lal Gupta
I don't listen the people
I don't listen the people
VINOD CHAUHAN
#अज्ञानी_की_कलम
#अज्ञानी_की_कलम
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
23/177.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/177.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तेरा मेरा रिस्ता बस इतना है की तुम l
तेरा मेरा रिस्ता बस इतना है की तुम l
Ranjeet kumar patre
द्वापर में मोबाइल होता
द्वापर में मोबाइल होता
rkchaudhary2012
जाम सिगरेट कश और बस - संदीप ठाकुर
जाम सिगरेट कश और बस - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
दुविधा
दुविधा
Sudhir srivastava
अपनी मसरूफियत का करके बहाना ,
अपनी मसरूफियत का करके बहाना ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
"इक दनदनाती है ,रेल ,जो रोज है चलती ,
Neeraj kumar Soni
गाँधी के उपदेश को, कब समझेंगे लोग ।
गाँधी के उपदेश को, कब समझेंगे लोग ।
sushil sarna
"बस्तरिया पेय"
Dr. Kishan tandon kranti
जहां प्रेम है वहां आनंदित हुआ जा सकता है, लेकिन जहां मोह है
जहां प्रेम है वहां आनंदित हुआ जा सकता है, लेकिन जहां मोह है
Ravikesh Jha
मेरे जीवन में सबसे
मेरे जीवन में सबसे
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
वो जो हूबहू मेरा अक्स है
वो जो हूबहू मेरा अक्स है
Shweta Soni
मोहब्बत के लिए गुलकारियां दोनों तरफ से है। झगड़ने को मगर तैयारियां दोनों तरफ से। ❤️ नुमाइश के लिए अब गुफ्तगू होती है मिलने पर। मगर अंदर से तो बेजारियां दोनो तरफ से हैं। ❤️
मोहब्बत के लिए गुलकारियां दोनों तरफ से है। झगड़ने को मगर तैयारियां दोनों तरफ से। ❤️ नुमाइश के लिए अब गुफ्तगू होती है मिलने पर। मगर अंदर से तो बेजारियां दोनो तरफ से हैं। ❤️
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Rekha Drolia
रिश्तों की सिलाई अगर भावनाओ से हुई हो
रिश्तों की सिलाई अगर भावनाओ से हुई हो
शेखर सिंह
क्यो तू रोता इस नश्वर संसार में ..
क्यो तू रोता इस नश्वर संसार में ..
Buddha Prakash
स्त्रियां, स्त्रियों को डस लेती हैं
स्त्रियां, स्त्रियों को डस लेती हैं
पूर्वार्थ
🥰🥰रामायण से सीखिए
🥰🥰रामायण से सीखिए
Swati
Loading...