3171.*पूर्णिका*
3171.*पूर्णिका*
🌷 क्या जलाएं होली में हम🌷
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क्या जलाएं होली में हम ।
क्या लगाएं होली में हम ।।
ना किसी की प्यास बुझी है।
क्या पिलाएं होली में हम ।।
भूख बढ़ती हरदम देखो।
क्या खिलाएं होली में हम ।।
चेहरे पे हँसी झलके।
क्या बनाएं होली में हम ।।
नेक दिल ही रखते खेदू ।
क्या बताएं होली में हम ।।
………..✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
23-03-2024शनिवार