3154.*पूर्णिका*
3154.*पूर्णिका*
🌷 बेजार हो गए🌷
2212 12
बेजार हो गए ।
बेकार हो गए ।।
इंसां यहाँ कहाँ ।
संसार हो गए ।।
नेकी करें नहीं ।
बीमार हो गए ।।
दिल से सुनो जरा।
सच प्यार हो गए ।।
खेदू दे मंजिलें ।
साकार हो गए ।।
………..✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
21-03-2024गुरुवार