3146.*पूर्णिका*
3146.*पूर्णिका*
🌷 दिल से गुजारिश हुई🌷
2212 212
दिल से गुजारिश हुई ।
मुहब्बत की बारिश हुई।।
पाया मुकाम हमने।
अपनी सिफारिश हुई ।।
नीचे गिराने जहाँ ।
सच फेल साजिश हुई ।।
सेहत बने तब यहाँ ।
जब तेल मालिश हुई ।।
यूं राह खेदू चले।
दमदार दानिश हुई ।।
………✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
19-03-2024मंगलवार