3126.*पूर्णिका*
3126.*पूर्णिका*
🌷 जिंदगी सौगात बताने लगे🌷
212 22 22 212
जिंदगी सौगात बताने लगे।
ताज दिन औ रात सजाने लगे।।
महकती बगियां हरदम प्यार की ।
खूबसूरत बात जताने लगे।।
गैर थे जो अब अपना है यहाँ ।
यूं खुद मुलाकात कराने लगे।।
सच किस्मत से मिलती है मंजिलें।
दामन करामात दिखाने लगे।।
हसरतें दुनिया में खेदू खुशी ।
साजन सवालात उठाने लगे।।
………..✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
15-03-2024शुक्रवार