3125.*पूर्णिका*
3125.*पूर्णिका*
🌷 वक्त बदलता हुआ🌷
212 212
वक्त बदलता हुआ।
दिल मचलता हुआ।।
रात अपनी बीतती ।
दिन निकलता हुआ।।
प्यार का गीत गा।
साथ चलता हुआ।।
जिंदगी शान सी।
जग फिसलता हुआ।।
आज खेदू बढ़े ।
ख्वाब पलता हुआ।।
……..✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
15-03-2024शुक्रवार