3086.*पूर्णिका*
![](https://cdn.sahityapedia.com/images/post/75588e775b484377885d14c25fb371e4_4ec2fce24dab95dbca3c56fcd74de657_600.jpg)
3086.*पूर्णिका*
🌷 मेरा सब तेरा है🌷
22 22 22
मेरा सब तेरा है।
तेरा सब मेरा है ।।
अपनी सुंदर दुनिया।
यूं रोज सबेरा है ।।
सपनें साकार यहाँ ।
मन प्रीत बसेरा है ।।
परवाह नहीं कुछ भी ।
अपनों का घेरा है ।।
वक्त भी साथी खेदू।
ना पथ अंधेरा है ।।
……….✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
08-03-2024शुक्रवार