Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Mar 2024 · 1 min read

3079.*पूर्णिका*

3079.*पूर्णिका*
🌷 दिल का हाल जान गए🌷
22 212 22
दिल का हाल जान गए ।
अपनी बात मान गए ।।
दुनिया की खुशी देते।
देखो आज ठान गए ।।
बदले सोच साथ यहाँ ।
सीना सच वहाँ तान गए ।।
करते हम निदान भला।
वक्त से देख भान गए ।।
कितना प्यार है खेदू।
यूं नजर पहचान गए ।।
……..✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
05-03-2024मंगलवार

153 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ईश्वर
ईश्वर
Shyam Sundar Subramanian
इधर एक बीवी कहने से वोट देने को राज़ी नहीं। उधर दो कौड़ी के लो
इधर एक बीवी कहने से वोट देने को राज़ी नहीं। उधर दो कौड़ी के लो
*प्रणय*
प्रभु का प्राकट्य
प्रभु का प्राकट्य
Anamika Tiwari 'annpurna '
"अपने घर के सबसे बडे़ लडके हैं हम ll
पूर्वार्थ
माणुष
माणुष
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
पारिवारिक समस्या आज घर-घर पहुॅंच रही है!
पारिवारिक समस्या आज घर-घर पहुॅंच रही है!
Ajit Kumar "Karn"
जिंदगी को हमेशा एक फूल की तरह जीना चाहिए
जिंदगी को हमेशा एक फूल की तरह जीना चाहिए
शेखर सिंह
ज़िंदगी के रंगों में भरे हुए ये आख़िरी छीटें,
ज़िंदगी के रंगों में भरे हुए ये आख़िरी छीटें,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
विजया घनाक्षरी
विजया घनाक्षरी
Godambari Negi
भटकता पंछी !
भटकता पंछी !
Niharika Verma
गीत
गीत
Shiva Awasthi
फिर कब आएगी ...........
फिर कब आएगी ...........
SATPAL CHAUHAN
Midnight success
Midnight success
Bidyadhar Mantry
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता -183 के दोहे
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता -183 के दोहे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
रक़ीबों के शहर में रक़ीब ही मिलते हैं ।
रक़ीबों के शहर में रक़ीब ही मिलते हैं ।
sushil sarna
4044.💐 *पूर्णिका* 💐
4044.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
ना कहीं के हैं हम - ना कहीं के हैं हम
ना कहीं के हैं हम - ना कहीं के हैं हम
Basant Bhagawan Roy
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
बहुत खुश था
बहुत खुश था
VINOD CHAUHAN
Janab hm log middle class log hai,
Janab hm log middle class log hai,
$úDhÁ MãÚ₹Yá
नया  साल  नई  उमंग
नया साल नई उमंग
राजेंद्र तिवारी
शादी की वर्षगांठ
शादी की वर्षगांठ
R D Jangra
वादा
वादा
Bodhisatva kastooriya
कागज़ ए जिंदगी
कागज़ ए जिंदगी
Neeraj Agarwal
प्रेम की नाव
प्रेम की नाव
Dr.Priya Soni Khare
दीप तुम हो तो मैं भी बाती हूं।
दीप तुम हो तो मैं भी बाती हूं।
सत्य कुमार प्रेमी
*श्री देवेंद्र कुमार रस्तोगी के न रहने से आर्य समाज का एक स्
*श्री देवेंद्र कुमार रस्तोगी के न रहने से आर्य समाज का एक स्
Ravi Prakash
कान्हा भक्ति गीत
कान्हा भक्ति गीत
Kanchan Khanna
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
अकेले बन नहीं सकती कभी गीतों की ये लड़ियाँ !
अकेले बन नहीं सकती कभी गीतों की ये लड़ियाँ !
DrLakshman Jha Parimal
Loading...