3060.*पूर्णिका*
3060.*पूर्णिका*
🌷 दिल के धनी कभी गरीब नहीं होता🌷
2212 1212 22 22
दिल के धनी कभी ग़रीब नहीं होता ।
कुछ भी कहे जहां नसीब नहीं होता ।।
इंसान है भला-बुरा बन जाते हैं ।
ना बोल तू यहाँ करीब नहीं होता ।।
नासमझ क्या अगर मगर बेफिक्र रहते।
तुम देख लो कहीं हबीब नहीं होता।।
मर्ज का इलाज है यहीं करते रहते ।
बीमार ना कहे तबीब नहीं होता ।।
दुनिया रहे सजे धजे अपनी खेदू ।
किसका कहाँ यहाँ रकीब नहीं होता ।।
………✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
01-03-2024शुक्रवार