3015.*पूर्णिका*
3015.*पूर्णिका*
🌷 प्यासे तो पानी मांगता
22 22 2212
प्यासे तो पानी मांगता।
ये प्यार कुर्बानी मांगता।।
दुनिया गाती है जिंदगी ।
मन रोज जवानी मांगता।।
जैसे भी हो हालात अब।
वक्त मधुर जुबानी मांगता।।
दामन थामे चलते जहाँ ।
ना यूं मनमानी मांगता।।
कसमें वादे खेदू नहीं ।
बस दिलबर जानी मांगता।।
……✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
16-02-2024गुरुवार