Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Feb 2024 · 1 min read

2979.*पूर्णिका*

2979.*पूर्णिका*
🌷 कौन अपना है पता रखिए
2122 212 22
कौन अपना है पता रखिए।
प्यार कितना है पता रखिए।।
बदलते है सोच जो वक्त पर ।
रंग कैसा है पता रखिए।।
बस जमाना देखते रहते।
भावना क्या है पता रखिए ।।
फूल खिलते महकते बगिया ।
ख्वाब जिंदा है पता रखिए।।
दे खुशी हरदम हँसते खेदू।
सुबह होती है पता रखिए ।।
………..✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
05-02-2024सोमवार

138 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
3611.💐 *पूर्णिका* 💐
3611.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
स्वभाव
स्वभाव
अखिलेश 'अखिल'
नारी कब होगी अत्याचारों से मुक्त?
नारी कब होगी अत्याचारों से मुक्त?
कवि रमेशराज
सादगी मुझमें हैं,,,,
सादगी मुझमें हैं,,,,
पूर्वार्थ
याद रख कर तुझे दुआओं में,
याद रख कर तुझे दुआओं में,
Dr fauzia Naseem shad
जो मेरा है... वो मेरा है
जो मेरा है... वो मेरा है
Sonam Puneet Dubey
मेरा ब्लॉग अपडेट-5-7-2024
मेरा ब्लॉग अपडेट-5-7-2024
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
रिश्ता चाहे जो भी हो,
रिश्ता चाहे जो भी हो,
शेखर सिंह
जिंदगी के उतार चढ़ाव में
जिंदगी के उतार चढ़ाव में
Manoj Mahato
पलक झपकते हो गया, निष्ठुर  मौन  प्रभात ।
पलक झपकते हो गया, निष्ठुर मौन प्रभात ।
sushil sarna
दग़ा तुमसे जब कोई, तेरा हमख़्वाब करेगा
दग़ा तुमसे जब कोई, तेरा हमख़्वाब करेगा
gurudeenverma198
1
1
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
ग़ज़ल _ तलाशो उन्हें बे-मकाँ और भी हैं ,
ग़ज़ल _ तलाशो उन्हें बे-मकाँ और भी हैं ,
Neelofar Khan
मासूम कोयला
मासूम कोयला
singh kunwar sarvendra vikram
पहले खंडहरों की दास्तान
पहले खंडहरों की दास्तान "शिलालेख" बताते थे। आने वाले कल में
*प्रणय*
इंसान का स्वार्थ और ज़रूरतें ही एक दूसरे को जोड़ा हुआ है जैस
इंसान का स्वार्थ और ज़रूरतें ही एक दूसरे को जोड़ा हुआ है जैस
Rj Anand Prajapati
हिन्दी दिवस
हिन्दी दिवस
SHAMA PARVEEN
लाखों दीयों की रौशनी फैली है।
लाखों दीयों की रौशनी फैली है।
Manisha Manjari
"सोचो जरा"
Dr. Kishan tandon kranti
राधा अब्बो से हां कर दअ...
राधा अब्बो से हां कर दअ...
Shekhar Chandra Mitra
सूरज
सूरज
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
शरणागति
शरणागति
Dr. Upasana Pandey
प्रथम दृष्ट्या प्यार
प्रथम दृष्ट्या प्यार
SURYA PRAKASH SHARMA
!! परदे हया के !!
!! परदे हया के !!
Chunnu Lal Gupta
अच्छे समय का
अच्छे समय का
Santosh Shrivastava
आईना ने आज़ सच बोल दिया
आईना ने आज़ सच बोल दिया
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
चीजें खुद से नहीं होती, उन्हें करना पड़ता है,
चीजें खुद से नहीं होती, उन्हें करना पड़ता है,
Sunil Maheshwari
जिन्दगी में कभी रूकावटों को इतनी भी गुस्ताख़ी न करने देना कि
जिन्दगी में कभी रूकावटों को इतनी भी गुस्ताख़ी न करने देना कि
Chaahat
प्रेम और आदर
प्रेम और आदर
ओंकार मिश्र
सब अनहद है
सब अनहद है
Satish Srijan
Loading...