2972.*पूर्णिका*
2972.*पूर्णिका*
🌷 परख जाते जो हमें 🌷
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परख जाते जो हमें ।
मान जाते वो हमें ।।
महक जाती जिंदगी ।
जान जाते तो हमें ।।
समझते कुछ नजरिया।
नजर आते वो हमें ।।
प्यार की दुनिया जहाँ ।
देख पाते जो हमें ।।
लो लिखे खेदू कथा।
बस मजा यूं वो हमें ।।
………✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
02-02-2024शुक्रवार