2969.*पूर्णिका*
2969.*पूर्णिका*
🌷 जीत की सब चाहत रखते 🌷
2122 22 22
जीत की सब चाहत रखते।
हार की ना चाहत रखते ।।
सोच अपनी कितनी सुंदर।
जग भला की चाहत रखते ।।
ये जमाना बस दीवाना।
प्यार से हर चाहत रखते।।
देख चहके कोई अपना।
रोज प्यारी चाहत रखते।।
जिंदगी महके यूं खेदू।
नेकियों की चाहत रखते ।।
……….✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
31-01-2024बुधवार