Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Jan 2024 · 1 min read

2968.*पूर्णिका*

2968.*पूर्णिका*
🌷 क्या सब करें हम 🌷
22 122
क्या सब करें हम ।
क्या ना करें हम ।।
ये जिंदगी खुश।
क्या क्या करें हम ।।
आदत नहीं है ।
सब कुछ करें हम ।।
कलियाँ महकती ।
महका करें हम ।।
बस प्यार खेदू।
हरदम करें हम ।।
……….✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
31-01-2024बुधवार

138 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
दिल चेहरा आईना
दिल चेहरा आईना
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
"बिन गुरु के"
Dr. Kishan tandon kranti
हर तरफ भीड़ है , भीड़ ही भीड़ है ,
हर तरफ भीड़ है , भीड़ ही भीड़ है ,
Neelofar Khan
*श्री राधाकृष्णन को पुण्य प्रणाम है (गीत)*
*श्री राधाकृष्णन को पुण्य प्रणाम है (गीत)*
Ravi Prakash
शरारती निगाह में वही हँसी खुमार है।
शरारती निगाह में वही हँसी खुमार है।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
नींद ( 4 of 25)
नींद ( 4 of 25)
Kshma Urmila
अंत में पैसा केवल
अंत में पैसा केवल
Aarti sirsat
वक्त
वक्त
Prachi Verma
तीन मुक्तकों से संरचित रमेशराज की एक तेवरी
तीन मुक्तकों से संरचित रमेशराज की एक तेवरी
कवि रमेशराज
3352.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3352.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
#आधार छंद : रजनी छंद
#आधार छंद : रजनी छंद
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
*बादल*
*बादल*
Santosh kumar Miri
ନବଧା ଭକ୍ତି
ନବଧା ଭକ୍ତି
Bidyadhar Mantry
जाने जिंदगी में ऐसा क्यों होता है ,
जाने जिंदगी में ऐसा क्यों होता है ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
रामलला
रामलला
Saraswati Bajpai
हर-सम्त देखा तो ख़ुद को बहुत अकेला पाया,
हर-सम्त देखा तो ख़ुद को बहुत अकेला पाया,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जिंदगी एक परीक्षा है काफी लोग.....
जिंदगी एक परीक्षा है काफी लोग.....
Krishan Singh
यह चाय नहीं है सिर्फ़, यह चाह भी है…
यह चाय नहीं है सिर्फ़, यह चाह भी है…
Anand Kumar
बुंदेली दोहे- कीचर (कीचड़)
बुंदेली दोहे- कीचर (कीचड़)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
तुम्हारे दीदार की तमन्ना
तुम्हारे दीदार की तमन्ना
Anis Shah
रिश्ते
रिश्ते
Sanjay ' शून्य'
हर तरफ़ रंज है, आलाम है, तन्हाई है
हर तरफ़ रंज है, आलाम है, तन्हाई है
अरशद रसूल बदायूंनी
सावन
सावन
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
"सम्मान व संस्कार व्यक्ति की मृत्यु के बाद भी अस्तित्व में र
डॉ कुलदीपसिंह सिसोदिया कुंदन
Lamhon ki ek kitab hain jindagi ,sanso aur khayalo ka hisab
Lamhon ki ek kitab hain jindagi ,sanso aur khayalo ka hisab
Sampada
Don't leave anything for later.
Don't leave anything for later.
पूर्वार्थ
महबूबा और फौजी।
महबूबा और फौजी।
Rj Anand Prajapati
हम बेखबर थे मुखालिफ फोज से,
हम बेखबर थे मुखालिफ फोज से,
Umender kumar
वो एक ही मुलाकात और साथ गुजारे कुछ लम्हें।
वो एक ही मुलाकात और साथ गुजारे कुछ लम्हें।
शिव प्रताप लोधी
👌आह्वान👌
👌आह्वान👌
*प्रणय*
Loading...