2967.*पूर्णिका*
2967.*पूर्णिका*
🌷 समय के साथ चलना पड़ता है 🌷
212 212 22 22
समय के साथ चलना पड़ता है ।
देख हालात ढ़लना पड़ता है ।।
जिंदगी का मजा कोई न लिया।
बेवजह हाथ मलना पड़ता है ।।
हसरतें बदल जाती दुनिया में ।
चाल यारों बदलना पड़ता है ।।
जीतने के लिए संघर्ष करते ।
यूं दुश्मन को मसलना पड़ता है ।।
राह चलते यहाँ खेदू हरदम।
फूलना रोज फलना पड़ता है ।।
……….✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
30-01-2024मंगलवार