2957.*पूर्णिका*
2957.*पूर्णिका*
🌷 कौन अपना समझा करो 🌷
2122 2212
कौन अपना समझा करो ।
रोज मसला सुलझा करो ।।
साथ देने वाले जहाँ।
बेवजह ना उलझा करो ।।
देख दुनिया सुंदर सनम।
कुछ पहेली न बुझा करो ।।
सोच रखते हम तो सही।
गम खुशी यूं साझा करो ।।
नेकिया खेदू जिंदगी।
सब मिलेगा प्रतिज्ञा करो ।।
…….✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
24-01-2024बुधवार