2955.*पूर्णिका*
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2955.*पूर्णिका*
🌷 मौसम देखो सर्द है 🌷
22 22 22
मौसम देखो सर्द है ।
आज बदन में दर्द है ।।
दुनिया कहती रहती ।
उड़ते हरदम गर्द है ।।
फिरते मन यार कहीं।
समझे बस सरदर्द है ।।
हर बाजी जीत यहाँ ।
हारे तो नामर्द है ।।
बदले जग हम खेदू।
जीवन भर जब जर्द है ।।
……..✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
24-01-2024बुधवार