2947.*पूर्णिका*
![](https://cdn.sahityapedia.com/images/post/816f83102813a8b5e861ab3c93d8eda5_b810a574d0383931756a071d5125433c_600.jpg)
2947.*पूर्णिका*
🌷 कभी तुम आते हो 🌷
1222 22
कभी तुम आते हो ।
कभी तुम जाते हो ।।
चमन वीरान यहाँ ।
सजन महकाते हो ।।
रगों में प्रेम बहे।
खुशी दे जाते हो ।।
मिटे तम दुनिया से।
उजाला लाते हो ।।
बसे दिल में खेदू।
जग बदल जाते हो ।।
…………✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
22-01-2024सोमवार