Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Jan 2024 · 1 min read

2893.*पूर्णिका*

2893.*पूर्णिका*
🌷 जो भी होता है अच्छा होता है🌷
22 22 2122 22
जो भी होता है अच्छा होता है।
देखो कोई हँसता रोता है ।।

कैसे ये शिकवा गिला अपनों से।
दुनिया तो फकत रट्टू तोता है ।।

चाहत से खुशियाँ मिलेगी तुमको।
बस होगा जो बीज तू बोता है ।।

मंशा मेरी जान समझोगे कब ।
सब कुछ पाकर क्यों यहाँ खोता है ।।

धन्य हम समझे भाग्यशाली खेदू।
जिगरा अपना पाँव भी धोता है ।।
……….✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
04-01-2024गुरुवार

136 Views

You may also like these posts

बसंत
बसंत
Dr Archana Gupta
* दिल का खाली  गराज है *
* दिल का खाली गराज है *
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
सखि री!
सखि री!
Rambali Mishra
हे नारियों खंजर लेकर चलो
हे नारियों खंजर लेकर चलो
Sonam Puneet Dubey
Humsafar
Humsafar
Gunjan Sharma
ढल गया सूरज बिना प्रस्तावना।
ढल गया सूरज बिना प्रस्तावना।
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
तुम्हारी आंखों के आईने से मैंने यह सच बात जानी है।
तुम्हारी आंखों के आईने से मैंने यह सच बात जानी है।
शिव प्रताप लोधी
भय की शिला
भय की शिला
शिवम राव मणि
समूचे विश्व में अपना भी स्वाभिमान निखरेगा,
समूचे विश्व में अपना भी स्वाभिमान निखरेगा,
Abhishek Soni
दिल धड़कने लगा...
दिल धड़कने लगा...
Manisha Wandhare
जज़्बात-ए-कलम
जज़्बात-ए-कलम
Chandrakant Sahu
हमारा प्यार
हमारा प्यार
Dipak Kumar "Girja"
3114.*पूर्णिका*
3114.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
यदि आपके पास रुपए ( धन ) है, तो आपका हरेक दिन दशहरा, दिवाली
यदि आपके पास रुपए ( धन ) है, तो आपका हरेक दिन दशहरा, दिवाली
Rj Anand Prajapati
#मंगलकामनाएं
#मंगलकामनाएं
*प्रणय*
मंगलमय हो नववर्ष सखे आ रहे अवध में रघुराई।
मंगलमय हो नववर्ष सखे आ रहे अवध में रघुराई।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
"एकान्त चाहिए
भरत कुमार सोलंकी
आपके मन की लालसा हर पल आपके साहसी होने का इंतजार करती है।
आपके मन की लालसा हर पल आपके साहसी होने का इंतजार करती है।
Paras Nath Jha
हैं भण्डार भरे
हैं भण्डार भरे
महेश चन्द्र त्रिपाठी
"हमारा सब कुछ"
इंदु वर्मा
कोई भी
कोई भी
Dr fauzia Naseem shad
क्यों मुझको तुमसे इतना प्यार हो गया
क्यों मुझको तुमसे इतना प्यार हो गया
gurudeenverma198
आओ बच्चों तुम्हे बताएं,बातें हिन्दुस्तान की,
आओ बच्चों तुम्हे बताएं,बातें हिन्दुस्तान की,
Jaikrishan Uniyal
तुम भी कहो कि ख्वाबों में आओगे ना
तुम भी कहो कि ख्वाबों में आओगे ना
Jyoti Roshni
#दिनांक:-19/4/2024
#दिनांक:-19/4/2024
Pratibha Pandey
शून्य से अनंत
शून्य से अनंत
The_dk_poetry
Appreciate the efforts. When someone is giving their all to
Appreciate the efforts. When someone is giving their all to
पूर्वार्थ
चोर दरबार से नहीं निकला
चोर दरबार से नहीं निकला
अरशद रसूल बदायूंनी
हो....ली
हो....ली
Preeti Sharma Aseem
दार्शनिकों को चुनौती : कर्म अभी, तो उसका फल बाद में क्यों? (Challenge to philosophers: If the action is done now, then why its consequences later?)
दार्शनिकों को चुनौती : कर्म अभी, तो उसका फल बाद में क्यों? (Challenge to philosophers: If the action is done now, then why its consequences later?)
Acharya Shilak Ram
Loading...