2885.*पूर्णिका*
2885.*पूर्णिका*
🌷 *मेहनत से प्यार करते है *🌷
212 22 2122
मेहनत से प्यार करते हैं ।
ये जहाँ पे यार मरते हैं ।।
मंजिलों से दोस्ती रखे हम ।
ख्वाब खुशियाँ ,गम हरते हैं ।।
देख कर कोई गीत गाते ।
रोज सब को तार तरते हैं ।।
खूबसूरत ये आज अपना।
दुश्मन खुद को मार मरते हैं ।।
फ्री यहाँ तो हर चीज खेदू।
लोन भी सरकार भरते हैं ।।
…….✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
03-01-2024बुधवार