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1 Jan 2024 · 1 min read

2877.*पूर्णिका*

2877.*पूर्णिका*
🌷 साल बदले हम भी बदले🌷
2122 22 22
साल बदले हम भी बदले।
जिंदगी नव जग भी बदले।।

हौसलों से उड़ते पंछी ।
ये जमीं ये नभ भी बदले।।

फूल प्यारा देखो जैसा।
महकते गुलशन भी बदले।।

संकल्पों का गुंजन अपना।
जन्नत से जन जन भी बदले ।।

लक्ष्य अपना हासिल खेदू ।
सोच बदले मन भी बदले।।
……✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
01-01-2024सोमवार

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